“सिर साटे, रूंख रहे, तो भी सस्तो जांण।” राष्ट्रीय पर्यावरण पर्व प्रकृति एवं पर्यावरण संरक्षण के विषय में “खेजड़ली सत्याग्रह” की विश्व के इतिहास में कोई बराबरी नहीं है। आने वाले हजारों वर्षों तक, “खेजड़ली सत्याग्रह” प्रकृति एवं पर्यावरण के संरक्षण में लगे मानव मात्र के लिये प्रेरणा प्रदान करता रहेगा।…